Monday, January 10, 2022

झारखंडी भाषा संघर्ष समिति ने क्षेत्रिय भाषा की सूची मे भोजपुरी मगही का किया विरोध।।




आज दिनांक 10/01/2022 दिन सोमवार को झारखंडी भाषा संघर्ष समिति के द्वारा धनबाद/बोकारो के क्षेत्रिय/जनजातीय भाषाओं की सूची मे भोजपुरी, मगही और अंगिका को शामिल करने के विरोध मे वीर रणधीर वर्मा चौक पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया। युवाओं ने आक्रोश जताते हुवे कहा कि बिनोद बाबू की धरती पर भाषा अतिक्रमण नहीं होने देंगे, भोजपुरी मगही को क्षेत्रिय भाषा के रूप मे शामिल कराना झारखंडी भाषाओ के साथ अपमान है। यह सरकार 1932 की खतियान की बात करती थी पर आज ये अपनी भाषा और संस्कृति को ही बेच रही है। छात्रो ने कहा कि इसे कतई बर्दाश नहीं किया जाएगा, जल्द से जल्द इन भाषाओ को हटाया जाए  अन्यथा आगे और उग्र आंदोलन किया जाएगा और तब तक किया जाएगा जब तक सरकार इसे हटा ना ले। मौके पर सैकडो छात्र धनबाद के विभिन्न कोने से मौजूद थे। 

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